All India Radio History | आकाशवाणी रेडियो के 81 साल

All India Radio History-ऑल इंडिया रेडियो जिन्हेँ AIR भी कहतें हैं, 8 जून 2017 को 81 साल का हो चूका हैं, आज भी इसकी अहमियत उतनी ही हैं. जितनी आजादी के दशक में भी. भारत में रेडियो प्रसारण की शुरुआत दो प्रमुख शहरोँ कलकता और मुंबई से हुईं थी. क्रमश 1927 और 1930 में पहली बार रेडियों प्रसारण निजी कंपनियों द्वारा किया गया, बाद में जिनका राष्ट्रीयकरण कर दिया गया. All India Radio भारत का पहला सरकारी रेडियो सेवा हैं, जिनका पहला प्रसारण वर्ष 1920 में मुंबई से हुआ | आज ही के दिन 8 जून 1936 से भारत के राष्ट्रिय चैनल के रूप में आल इंडिया रेडियो ने अपनी प्रसारण सेवा नियमित रूप से शुरू की जो आज तक जारी हैं |

अरुणिमा सिन्हा जीवनी

मालावत पूर्णा का जीवन परिचय

बप्पा रावल का इतिहास

 भारत में रेडियो प्रसारण की शुरूआत (All India Radio History)

शुरुआत में आल इंडिया रेडियो को भारतीय प्रसारण सेवा के नाम से जाना जाता था. जिन्हें बाद में बदल कर AIR कर दिया गया. आजादी के बाद इसे आकाशवाणी नाम से पहचाने जानें लगा | history and development of radio in india के इस स्वर्णिम संस्था आज इसके भारत में 420 रेडियों स्टेशन हैं. इनमें 23 भाषाओं और 146 बोलियों में AIR का प्रसारण होता हैं |

ऑल इंडिया रेडियो के मुख्य कार्यालय का पता प्रसार भारती मुख्‍यालय, सेकंड मंजिल, पीटीआई भवन, संसद मार्ग, नई दिल्‍ली-110001 हैं. यही पर इसके केन्द्रीय प्रसारण तन्त्र की मोनिटरिंग होती हैं. समय के बदलाव को देखे तो एक समय था. जब देशभर के मात्र 30 हजार लोगों को रेडियों रखने के लिए लाइसेंस रखना पड़ता था. संचार के साधनों में हम बहुत तीव्र गति से आगे बढ़ चुकें हैं, आज हर व्यक्ति के हाथ में मोबाइल फ़ोन और घर में टीवी हैं, जरा सोचिये उस वक्त लोगों के समय व्यतीत का जरिया क्या रहा होगा |

AIR उप महानिदेशकार्यालयों की बात की जाए तो चंडीगढ़,दिल्‍ली,बंगलूर,चेन्‍नई,गुवाहाटी,गुवाहाटी,गुवाहाटी,गुवाहाटी,मुम्‍बई और कोलकाताः शहर में इसके मुख्यालय हैं |

आकाशवाणी के कार्यक्रमों में तीन तरह के बुलेटिन प्रसारित हुआ करतें थे. जिनमे पहला राष्‍ट्रीय, क्षेत्रीय और स्‍थानीय. जिनमें समाचारों सहित कई प्रकार के मनोरंजक गीत और विशेषज्ञ राय की प्रस्तुतियाँ आज भी दी जाती हैं भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से एक विशेष आकशवाणी केंद्र से दक्षिण एशिया के सात देशो को भी प्रसारित किया जाता हैं |

अक्सर लोग ऐसा ही सोचते हैं कि रेडियों तो पुरानें जमानें की बात हो गईं हैं. ऐसा नही आज भी हमारे देश के 30 फीसदी ही लोग इन्टरनेट का उपयोग करते हैं, दूरदराज के गाँवों और कस्बो में बिजली की समस्या हर समय ही रहती हैं, इस कारण टेलीविजन या इन्टरनेट का उपयोग नही किया जा सकता .. इस स्थति में रेडियों बेहतर साधन साबित हो सकता हैं, जो सेल या बैटरी से चलित यत्र हैं |

ऑल इंडिया रेडियो ने न केवल लोगों का मनोरंजन किया और उन्हें देश विदेश से अपडेट रखा बल्कि कई ऐसी हस्तियाँ चाहे वो संगीत या किसी क्षेत्र से जुड़ीं हो, जिनके रोजगार और काम का बन्दोबस्त इस संस्था ने किया . प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम इस जमाने में रेडियों की लोकप्रियता को बहुत उपर लेकर जा रहा हैं |

रेडियों ने भी समय के बदलाव को स्वीकारा और उसके मुताबिक स्वय को ढाला . आज आप अपने मोबाइल फ़ोन पर भी रेडियो का लाइव प्रसारण सुन सकते हैं. किसी भी कीपेड फोन या स्मार्टफोन में FM रेडिओ की सुविधा उपलब्ध रहती हैं.

टिप्पणी करे